What is CAB bill ?
Citizenship (Amendment) Bill (CAB)- 2019
दोस्तो सभी लोगो को लए तो पता ही होगा कि CAB एक कायदाकिय बिल है । पर इसमें से 80% लोगो को इसका मतलब ही नही पता तो आज हम इसी के बारेमे चर्चा करने वाले है दोस्तो।
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Citizenship Amendment bill-2019 |
सबसे पहले तो ये जान लेते है कि CAB बिल के द्वारा कुछ बदलाव हुए है तो वो बदलाव किसमे हुए है। जब हमारा बंधारण लागू हुआ तो उसके बाद एक ऐक्ट आया था वो है नागरिकता अधिनियम 1955 तो ये CAB बिल के द्वारा उस ऐक्ट में कुछ बदलाव हुवे है। तो तो वो बदलाव क्या है वो हम सबसे पहले जान लेते है।
नागरिकता अधिनियम ऐक्ट 1955 में हुये बदलाव।
दोस्तो नागरिकता अधिनियम 1955 में पहेले भी 5 बार बदलाब हो चुके है। और ये 2019 में छठी बार बदलाव किया है। पेहले 5 बार कब बदलाव किए थे ये हम जान लेते है।
1.1986
2.1992
3.2003
4.2005
5.2009
6.2019 (CAB) के जरिये
नागरिकता अधिनियम ऐक्ट 1955 में क्या उल्लेख है।
जब हमारा बंधारण लागू हुआ 26 जनबरी 1950 में टब भारत के नागरिक कोन होंगे और भारत के नागरिक की नागरिकता कैसे दी जाएगी ये उल्लेख इस अधिनियम में था जिसमे पांच प्रकार से नागरिकता दी जाती है।
1.जन्मद्वारा
2.नोंधणीद्वारा
3.वंशानुगत रीते
4.कोई प्रदेश भारत के हिस्से में आ जाने से
5.देशियकरण
इस पांच तरीके से दूसरे कंट्री के लोगो को नागरिकता दी जाती है।
1.जन्मद्वारा
2.नोंधणीद्वारा
3.वंशानुगत रीते
4.कोई प्रदेश भारत के हिस्से में आ जाने से
5.देशियकरण
इस पांच तरीके से दूसरे कंट्री के लोगो को नागरिकता दी जाती है।
Immigrant :
देशांतरवाशी (दूसरे देश मे से भारत मे आ कर बसने वाले लोगो को Immigrant कहा जाता है। दोस्तो हमारे देश के पडोशी देश यानी कि बांग्लादेश,पाकिस्तान,और अफगानिस्तान, इन तीन देशों में मुस्लिम लोगो की आबादी ज्यादा है और दूसरे धर्म के लोग वहा सेफ महसूस नही कररहे होते है और भारत की और देशांतर करते है । तो भारत मे उनको नागरिकता तुरंत तो मिलेगी नही और उनको भारत की नागरिकता लेने के लिए उनका बुजुर्ग भारत का। होना चाहिए। और वो कुच निश्चित समय का वीज़ा या पासवर्ड लेकर आते है और निश्चित समय से ज्यादा वक्त भारत मे रहेंगे तो वो इनलीगल माना जायेगा।
नागरिकता अधिनियम ऐक्ट 1955 में किये गए बदलाव
पहला बदलाव-
पहला बदलाव ये किया कि जो लोग 31 दिसंबर 2014 से पेहले पाकिस्तान , अफ़ग़ानिस्तन , और बांग्लादेश से आकर बसें है वो लोग अब illegal immigrants नही माने जाएंगे। और उसमें हिन्दू,शिख,जैन,बौद्ध,पारसी और ख्रिस्ती धर्म के लोग ही होंगे।
दूसरा बदलाव-
देशियकरण (Nechralisation) पद्धति में फेरबदल किया है।
पहले क्या उल्लेख था इसमें -
जो कोई व्यक्ति भारत मे आकर लगातार 1 साल रेहता है, और उसके पहले के 14 साल में से 11 साल भारत मे रहता है तो वो भारत की नागरिकता ले सकता है।
क्या बदलाव किया-
बदलाव ये किया है कि जो लोग पाकिस्तान ,अफ़ग़ानिस्तन , और बांग्लादेश से आकर बसें है और वो लोग हिन्दू,शिख,ख्रिस्ती, पारसी,जैन,बौद्ध धर्म से संबंध रखते है तो उन लोगो को 5 साल भारत मे रहने के बाद नागरिकता दी जाएगी। और मुस्लिम धर्म के लोगो के लिए कोई फेरफार नही किया उनको 15 साल रहने के बाद ही भारत की नागरिकता दी जाएगी।
CAB के खिलाफ दंगे क्यों हो रहे है।
दंगे इस लिए हो रहे है कि बंधारण में 14 नंबर की कलम में ये कहा गया है कि सभी धर्मों में समानता रखी जायेगी। पर इस बिल में समानता का खंडन हुआ है इस लिए इस बिल का विरोध किया जा रहा है।
Thank you
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